ॐ का वर्णन उपनिषद् में OM in Upnishad in hindi ॐ का रहस्य विज्ञान | Sandesh Sudha TV
ओम!
नमस्कार बंधुओं, संदेश सुधा टीवी में हम आपका हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन करते हैं। आपके मन में यह जिज्ञासा हो सकती है कि ओम का स्वरूप क्या है, प्रत्येक मंत्र के उच्चारण से पूर्व ओम शब्द का उच्चारण क्यों किया जाता है या किसी भी वैदिक पूजन विधि को प्रारंभ करने से पूर्व ओम शब्द का उच्चारण क्यों किया जाता है इसके पीछे हमारा आपका क्या भाव निहित होता है क्या प्रार्थना निहित होता है?
प्राचीन काल में कुछ ऋषियों के मन में भी यह जिज्ञासा होती है और वे अपने जिज्ञासा को लेकर एक ब्रह्मनिष्ठ सद्गुरु के पास जाते हैं और पूछते हैं। हे भगवान! ओम का स्वरूप क्या है, प्रत्येक मंत्र के उच्चारण से पूर्व ओम शब्द का उच्चारण क्यों किया जाता है या किसी भी वैदिक पूजन विधि को प्रारंभ करने से पूर्व ओम शब्द का उच्चारण क्यों किया जाता है? कृपया इस भाव को स्पष्ट करें। इसका वर्णन हमें आपको उपनिषद् के अंदर मिलता है। इसके प्रति उत्तर में कठोपनिषद के अंदर यम शिष्य नचिकेता से कहते हैं-
सर्वे वेदा यत्पदमामनन्ति तपांसि सर्वाणि च यद्वदन्ति।
यदिच्छन्तो ब्रह्मचर्यं चरन्ति तत्ते पदं संग्रहेण ब्रवीम्योमित्येतत्
॥
सर्वे वेदा यत्पदमामनन्ति अर्थात समस्त वेद, ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद जिस परम पद की महिमागान करते हैं, जिस ईश्वर को प्राप्त करने का संदेश हमें आपको वेदों के माध्यम से प्राप्त होता है। तपांसि सर्वाणि च यद्वदन्ति अर्थात जिस ईश्वर को प्राप्त करने के लिए ऋषि गण हजारों साल हिमालय की कंदरा में तपस्या करते हैं या जिस परम पद को प्राप्त करने के लिए समस्त प्रकार की तपस्याएँ की जाती है। यदिच्छन्तो ब्रह्मचर्यं चरन्ति अर्थात जिस ईश्वर को प्राप्त करने के लिए एक मनुष्य आजीवन ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करता है। तत्ते पदं संग्रहेण यदि उस पद को मैं संग्रहित करके एक शब्द में कहूं ब्रवीम्योमित्येतत् वह ओम ही है अर्थात ओम उस परमात्मा का, ईश्वर का वाचक नाम है। तस्य वाचकः प्रणवः। इसीलिए हम सभी प्रत्येक मंत्र के उच्चारण से पूर्व या किसी भी वैदिक पूजन विधि को प्रारंभ करने से पूर्व ओम शब्द का उच्चारण करते हुए उस ईश्वर का आवाहन करते हुए, प्रार्थना करते हुए अपने मंत्र को या पूजन विधि को प्रारंभ करते हैं।
देखिए,
हमारा उद्देश्य सिर्फ आपको मंत्रों का अर्थ बताना
ही
नहीं है बल्कि साथ ही साथ इन मंत्रों को आपके हृदय में उतार देना है। आइए हमारे साथ साथ आप भी 5 बार इस मंत्र का उच्चारण कीजिए।
1.
सर्वे वेदा यत्पदमामनन्ति तपांसि सर्वाणि च यद्वदन्ति।
यदिच्छन्तो ब्रह्मचर्यं चरन्ति तत्ते पदं संग्रहेण ब्रवीम्योमित्येतत्
॥
2.
सर्वे वेदा यत्पदमामनन्ति तपांसि सर्वाणि च यद्वदन्ति।
यदिच्छन्तो ब्रह्मचर्यं चरन्ति तत्ते पदं संग्रहेण ब्रवीम्योमित्येतत्
॥
3.
सर्वे वेदा यत्पदमामनन्ति तपांसि सर्वाणि च यद्वदन्ति।
यदिच्छन्तो ब्रह्मचर्यं चरन्ति तत्ते पदं संग्रहेण ब्रवीम्योमित्येतत्
॥
4.
सर्वे वेदा यत्पदमामनन्ति तपांसि सर्वाणि च यद्वदन्ति।
यदिच्छन्तो ब्रह्मचर्यं चरन्ति तत्ते पदं संग्रहेण ब्रवीम्योमित्येतत्
॥
5.
सर्वे वेदा यत्पदमामनन्ति तपांसि सर्वाणि च यद्वदन्ति।
यदिच्छन्तो ब्रह्मचर्यं चरन्ति तत्ते पदं संग्रहेण ब्रवीम्योमित्येतत्
॥
ओम
के
स्वरूप का वर्णन हमें आपको उपनिषद के अलावा अन्य आर्ष ग्रंथों में भी मिलता है।
श्रीमद्भगवद्गीता के अंदर भी भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन से ओम के स्वरूप का वर्णन करते हुए श्लोक के माध्यम से बताए हैं जिसकी व्याख्यान हम अगले वीडियो में आप सबों के समक्ष प्रस्तुत करेंगे।
यदि आपका कोई भी प्रश्न या जिज्ञासा है तो हमसे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं जिसका प्रतिउत्तर हम अगले वीडियो के माध्यम से आपको प्रदान करेंगे।
जानकारी अच्छी लगी हो तो वीडियो को लाइक एवं चैनल को अवश्य सब्सक्राइब कर देंगे। हम इसी तरह आपका ज्ञानवर्धन करते रहेंगे। हम हमेशा कहते हैं
सोच भले ही नए रखिए लेकिन संस्कार सनातन ही अच्छे हैं।
ईश्वर सद्गुरु प्रभु से हम सबके कल्याण की कामना करते हैं, प्रार्थना करते हैं।
धन्यवाद।
सर्वे वेदा यत्पदमामनन्ति तपांसि सर्वाणि च यद्वदन्ति।
यदिच्छन्तो ब्रह्मचर्यं चरन्ति तत्ते पदं संग्रहेण ब्रवीम्योमित्येतत् ॥ सभी वेदों का जो सार तत्व हैं तथा जिसको प्राप्त करने के लिए सभी प्रकार की तपस्याएँ की जाती है, जिस ईश्वर को प्राप्त करने के लिए मनुष्य आजीवन ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करता है, यदि उसे मैं संक्षेप में कहूँ। हे नचिकेता! वह परम तत्व है 'ॐ'। #SandeshSudhaTV #om #OM_in_Upnishad #Upnishad_Mantra #Sandesh_Sudha #Vedic_Manta #Om_in_hindi External Links :- YouTube : https://www.youtube.com/@SandeshSudhaTV Facebook : https://www.facebook.com/sandeshsudhatv Instagram : https://www.instagram.com/sandeshsudhatv/ Twitter : https://twitter.com/SandeshSudhaTV Blogger : https://sandeshsudhatv.blogspot.com/ Pinterest : https://in.pinterest.com/sandeshsudhatv/ Reddit : https://www.reddit.com/user/SandeshSudhaTV LinkedIn : https://www.linkedin.com/in/sandeshsudhatv/ Quora : https://www.quora.com/profile/Sandesh-Sudha-TV Tumblr : https://www.tumblr.com/sandeshsudhatv Mastodon : https://mastodon.social/@sandeshsudhatv References :- https://upanishads.org.in/upanishads/3/1/2/15 https://shlokam.org/sarveveda/ https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A5%90
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